दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको ईडी क्या है, ED Ka Full Form क्या होता है, ED full form in Hindi & English क्या है, ईडी के कार्य क्या है, ईडी के बारे में हर एक जानकारी दी है।
अगर आप न्यूज़ चैनल या फिर अखबार ज्यादा पढ़ते हैं या फिर इधर उधर की खबरों पर ज्यादा ध्यान रखते हैं तो आपने एक बात पर जरूर गोर की होगी कि न्यूज़ से लेकर अखबार तक सभी चीजों में ED के बारे में काफी जानकारी छपी होती है, कि ईडी ने आज किसे नोटिस भेजा है और ईडी ने आज क्या-क्या किया यह सभी चीजें आपको न्यूज़ के माध्यम से काफी सुनने को मिलती होगी।
जब आप बार-बार न्यूज़ में ईडी का नाम सुनते हैं और अखबारों में भी ईडी का नाम देखते हैं तो आपके मन में एक ही सवाल जरुर आता है कि आखिर यह ईडी क्या होता है? और ईडी का फुल फॉर्म क्या है? इस सवाल का जवाब देखने के लिए आप जगह-जगह रिसर्च करते हैं लेकिन आपको सटीक जानकारी कहीं पर भी नहीं मिलती।
तो दोस्तों अगर आपको भी ईडी के बारे में जानकारी हासिल करनी है तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर आये हैं, क्योंकि आज के इस आर्टिकल के अंदर हम आपको ईडी से रिलेटेड ए टू जेड जानकारी देंगे, अगर आपको ईडी से रिलेटेड जानकारी चाहिए तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
ED Ka Full Form in Hindi (ईडी का मतलब क्या होता है?)

किसी भी विषय के बारे में जाने से पहले यह जानना पड़ता है कि वह विषय क्या है जैसे कि यहां हम ED के बारे में बात कर रहे हैं इसलिए आपको यहां यह सबसे पहले जानना होगा कि ED का फुल फॉर्म क्या होता है तो चलिए इस पर भी एक नजर डालते हैं।
ED का फुल फॉर्म Enforcement Directorate होता है, जिसे हिंदी में प्रवर्तन निदेशालय या प्रवर्तन महनिदेशालय कहते है। अब इसका फुल फॉर्म तो आप जान चुके हैं अब यह जानना जरूरी है कि ED आखिर है क्या तो आइए अब इसकी जानकारी आपको देते हैं।
ED क्या है?
ED एक वित्तीय जांच एजेंसी है जो भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन कार्य करती है। यह एक कानून प्रवर्तन एजेंसी और आर्थिक खुफिया एजेंसी है जो कि भारत में आर्थिक कानून को लागू करने और आर्थिक मामलों से जूझने के लिए बनाई गई है।
इसका प्रमुख प्रवर्तन निदेशक होता है और इसके अंतर्गत कई सर्विस के अधिकारी कार्य करते हैं जैसे कि इंडियन रेवेन्यू सर्विस, इंडियन कॉरपोरेट लॉ सर्विस, इंडियन पुलिस सर्विस और इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस आदि। इन सभी अधिकारियों से मिलकर ही ED का निर्माण होता है, इसके अंतर्गत जो भी अधिकारी काम करते हैं उन्हें आईएएस और आईपीएस रैंक के आधार पर चुना जाता है।
ED के कार्य क्या हैं?
प्रवर्तन निदेशालय की स्थापना 1 मई 1956 को हुई थी और इसका गठन विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम 1947 के अंतर्गत किया गया था। इस गठन का उद्देश्य विनिमय नियंत्रण विधियों के उल्लंघन को रोकना है और आर्थिक कार्य विभाग का नियंत्रण करना है, सिर्फ इतना ही नहीं प्रवर्तन निदेशालय के और भी बहुत सारे कार्य हैं जो कि कुछ इस प्रकार है-
- वित्तीय संबंधित कानूनों पर नजर रखना।
- मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच करना।
- आर्थिक रूप से कानून लागू करना।
- मुख्य रूप से फेमा के प्रावधानों का उल्लंघन होने से रोकना।
- लेन-देन से संबंधित सभी मामलों की पूरी जांच पड़ताल करना।
- फॉरेन एक्सचेंज से जुड़े सभी मामलों पर नजर रखना।
- अगर विदेशों से कोई संपत्ति खरीदी जाती है तो प्रवर्तन निदेशालय ही उसकी जांच करता है।
- प्रवर्तन निदेशालय को यह अधिकार दिया गया है कि यदि वह फेमा प्रावधान के तहत किसी को दोषी पाता है तो उसकी संपत्ति को जब्त कर सकता है।
- प्रवर्तन निदेशालय आर्थिक मामलों की जांच तो करता ही है साथ ही वह इससे संबंधित दोषियों को गिरफ्तार भी कर सकता है।
ED Officer बनने के लिए योग्यताएं क्या है?
कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ईडी ऑफिसर बनना चाहते/चाहती हैं, और अब कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें आर्टिकल पढ़ने के बाद ईडी ऑफिसर बनने की इच्छा जाग चुकी है, और वे जानना चाहते हैं कि आखिर ईडी ऑफिसर बनने के लिए हमारे पास क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए। तो चलिए हम आपको निचे कुछ पॉइंट बताते हैं कि ED बनने के लिए आपके पास क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए जिससे कि आप एक ईडी ऑफिसर बन सके।
- सबसे पहले तो आपको भारतीय नागरिक होना जरूरी है।
- जो भी व्यक्ति इस पद के लिए आवेदन करना चाहता है उसे सीआईडी, इंडियन रिवेन्यू सर्विस, इंडियन पुलिस सर्विस, इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, इंडियन कॉरपोरेट लॉ सर्विस मे किसी पद पर कार्यरत होना जरूरी है।
- व्यक्ति की आयु सीमा 20 साल से 27 साल के बीच ही होना चाहिये।
- OBC, SC और ST वर्ग के लोगों को आयु सीमा मे छूट दी गई है जो कि 20 साल से 32 साल के बीच निर्धारित है।
- ED officer का IQ लेवल तेज होना चाहिए।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालय कहाँ-कहाँ स्थित है?
प्रवर्तन निदेशालय अर्थात ED का मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह 5 मुख्य क्षेत्रीय कार्यालय मे कार्यरत है जो मुंबई, चेन्नई, चंडीगढ, कोलकाता और दिल्ली में स्थित है। इसके क्षेत्रीय कार्यालय के संयुक्त निदेशक अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोच्चि, पणजी, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जालंधर लखनऊ, पटना और श्रीनगर है। साथ ही कुछ उप क्षेत्रीय कार्यालय भी इसके अंतर्गत आते हैं जिसके उपनिदेशक भूव्नेश्वर, कोझिकोड, इंदौर, मदुरई, नागपुर, इलाहाबाद, रायपुर, देहरादून, रांची, सूरत और शिमला आदि हैं।
ED [Enforcement Directorate] Salary In India?
यदि बात की जाए ED के सैलरी की तो अगर इसका औसतन अंदाजा लगाया जाए तो इसका वार्षिक वेतन INR 4.3 लाख रुपये है। यह प्रवर्तन निदेशालय के सभी अधिकारियों के वेतन पर आधारित होता है।
ED के अन्य Full Forms क्या हैं?
इस आर्टिकल के अंदर हमने आपको ई डी की फुल फॉर्म के बारे में बताया है, लेकिन आपको इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि ईडी की कुछ और भी फुल फॉर्म्स होती है।
ED full form in Medical | Erectile dysfunction |
ED full form in Police/CBI | Directorate of Enforcement |
ED full form in BBA | Bachelor of Education |
ED full form in Law/company | Directorate of Enforcement |
ED से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)
ED का क्या काम होता है?
ED का काम विनिमय नियंत्रण विधियों के उल्लंघन को रोकना और आर्थिक कार्य विभाग का नियंत्रण करना होता है। इसके अलावा भी ED (Enforcement Directorate) के बहुत से कार्य होते हैं।
ईडी जांच क्या होता है?
ईडी जांच वित्तीय संबंधित अपराधों पर नजर रखती है। ED एक तरह की ख़ुफ़िया एजेंसी होती है जो की लेन-देन से संबंधित सभी मामलों की पूरी जांच पड़ताल करती है।
ई डी की स्थापना कब हुई?
ई डी (ED) की स्थापना 1 मई 1956 को हुई थी।
निष्कर्ष – ED Meaning in Hindi
दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको ED full form in Hindi, ED ka full form (E D ka full form) क्या है, ईडी के कार्य क्या होते हैं, प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय कहाँ-कहाँ स्थित हैं इसकी पूरी जानकारी दी है, उम्मीद करते हैं की ये जानकारी आपको पसंद आई होगी।
अगर आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
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