दोस्तों, आज हम एक बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय कंपनी KTM बाइक के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं, KTM full form in Hindi & English क्या है, KTM ka full form क्या होता है, केटीएम क्या है और इसके इतिहास की सम्पूर्ण जानकारी आपको मिलने वाली है। पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़ें।

KTM बाइक आज बहुत ज्यादा मशहूर हो चुकी है और हर कोई ये चाहता है कि उनके पास KTM बाइक हो। क्या आपको भी बाइक खरीदनी है? या आपको बाइक कलेक्शन का शौक है?

अगर हाँ, तो आपको KTM बाइक के बारे में जरूर जानना चाहिए।

KTM बाइक की लोकप्रियता काफी ज़्यादा बढ़ती जा रही है जिसका कारण इसका बेहतरीन फीचर है जिसकी जानकारी आपको यहाँ मिलने वाली है। अगर आपने कभी KTM के बारे में सुना है तो आप ज़रूर जानना चाहेंगे कि KTM Full Form In Hindi क्या है?

इस पोस्ट में हम KTM से सम्बंधित सभी जानकारी आपको बताने वाले है जैसे कि KTM का फुल फॉर्म (KTM Ka Full Form) क्या है? KTM क्या है? KTM कैसे इतना लोकप्रिय हुआ आदि।

ये सारी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको इस पोस्ट को आखिर तक पढ़ना होगा, तो चलिए सबसे पहले हम आपको बताते हैं कि KTM का हिंदी फुल फॉर्म (KTM Full Form In Hindi) क्या है।

KTM Full Form in Hindi (केटीएम का पूरा नाम क्या है?)

KTM full form in Hindi

केटीएम बाइक अपने लुक और फीचर के लिए भारतीय बाजार में बहुत ज्यादा फेमस हो चुकी है इसलिए कई लोग हैं जो ये जानना चाहते हैं कि केटीएम का फुल फॉर्म क्या है।

क्या आप भी KTM के Full Form की तलाश में है? तो चलिए हम आपको बताते हैं कि केटीएम का फुल फॉर्म (KTM Ka Full Form) क्या है।

KTM का फुल फॉर्म Kraftfahrzeuge Trunkenpolz Mattighofen है, KTM का हिंदी उच्चारण क्राफ्टफेहरज़ियोज़ ट्रंकेनपोल्न मैटिगोफेन होता है। केटीएम का कोई हिंदी फुल फॉर्म नहीं है इसे जर्मन और इंग्लिश दो भाषाओं के शब्दों से मिलाकर बनाया गया है जिसे हिंदी में मोटराबाईक कहा जाता है।

K: Kraftfahrzeuge

T:Trunkenpolz

M: Mattighofen

अब इसके फुल फॉर्म से संबंधित संपूर्ण जानकारी तो आपको प्राप्त हो गई, लेकिन क्या अब आप ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि केटीएम बाइक क्या है तो चलिए अगले सेक्शन पर नजर डालते हैं।

KTM क्या है?

केटीएम एक बाइक का ब्रांड है जो अपनी हाई स्पीड फीचर और शानदार लुक के लिए काफी ज्यादा लोकप्रिय हो चुकी है। हर कोई आज केटीएम बाइक खरीदने का सपना देखता है क्योंकि इसके द्वारा दिया जाने वाला फीचर ही कुछ ऐसा है जो उन लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आता है जिन्हें स्पीड पसंद है।

हालांकि भारत में इस कंपनी की बाइक कुछ सालों पहले ही आई है लेकिन इसका इतिहास बहुत ही पुराना है जिसकी चर्चा हम आगे करने वाले हैं। भारत में केटीएम बाइक बजाज के पार्टनरशिप में बिकती है, जहां केटीएम का हिस्सा 51% और बजाज का हिस्सा 49% है।

बजाज के साथ पार्टनरशिप में ही केटीएम ने भारत में अपनी पहली बाइक Duke 200 लॉन्च की थी, यह बाइक 2012 में भारत में आयी थी।

इसके अलावा  Duke मॉडल के कई बाइक्स आज काफी ज्यादा फेमस हो रहे है जिनमें Duke 125, Duke 125 RC, 200 RC, Duke 250, Duke 390 प्रमुख हैं।

भारत में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो स्पीड राइडिंग पसंद करते हैं इसलिए अपनी रफ्तार के कारण केटीएम बाइक और भी ज्यादा मशहूर होती जा रही है। जैसा कि आपने जाना केटीएम का इतिहास काफी पुराना है अर्थात इस कंपनी की शुरुआत काफी सालों पहले की गई थी और आज यह भारतीय बाजार में भी अपना पांव जमा रही है।

आइये इसके इतिहास पर एक नजर डालते हैं।

KTM का इतिहास

केटीएम (KTM) की शुरुआत ऑस्ट्रिया में हुई थी। यह एक ऐसी कंपनी है जो स्पोर्ट्स कार की मैन्युफैक्चरिंग करती है। केटीएम इंडस्ट्रीज एजी आर बजाज ऑटो (KTM Industries AG R Bajaj Auto) द्वारा ऑपरेट होने वाली KTM AG कंपनी 1992 में स्थापित हुई थी लेकिन ऑस्ट्रिया में केटीएम कंपनी की शुरुआत 1934 में ही हो चुकी थी।

इस कंपनी की स्थापना जोहान ट्रंकनपोल्ज द्वारा की गई थी और उन्हीं के नाम पर इस कंपनी का नाम रखा गया था, जोहान ट्रंकनपोल्ज ऑस्ट्रेलिया के एक इंजीनियर थे जिन्होंने बहुत ही छोटी शुरुआत से इतनी बड़ी कंपनी की स्थापना की है।

जोहान ने सर्वप्रथम 1934 में एक कार रिपेयर की दुकान की शुरुआत की थी जिसके 2 साल बाद उन्होंने DKW ब्रांड की मोटरसाइकिल और OPEL ब्रांड की कार बेचनी शुरू की।

यही वह दौर था जब उन्होंने अपने दुकान का नाम Kraftfahrzeuge Trunkenpolz Mattighofen रखा था, जिसे आज हम KTM के नाम से जानते हैं जो इसका शार्ट फॉर्म है। 

अगर आपको इतिहास में दिलचस्पी है तो आप ये जरुर जानते होंगे कि यही वह दौर था जब दूसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत हुई थी। द्वितीय विश्वयुद्ध शुरू होने के कारण 1939 में जोहान को युद्ध में शामिल होना पड़ा जिसके बाद उनकी पत्नी को केटीएम के व्यापार को संभालना पड़ा।

द्वितीय विश्वयुद्ध के समाप्त होने के पश्चात केटीएम का व्यापार थप सा हो गया था क्योंकि रिपेयरिंग के काम में कमी आ गई थी। इस समस्या का सामना करते हुए जोहान ने फैसला किया कि वह मोटरसाइकिल का निर्माण करेंगे।

उन्होंने सबसे पहले 1951 में अपनी पहली बाइक का निर्माण किया था। सबसे पहले R100 का प्रोटोटाईप बनाकर तैयार किया गया था। इस बाईक में ROTAX कंपनी का ईंजन इस्तेमाल किया गया था। इस बाइक में जिन पार्ट्स का इस्तेमाल किया गया था उनका निर्माण जोहान की अपनी दुकान में हुआ था।

पहली मोटराबाईक के निर्माण के बाद उसका जांच किया गया और जांच पूरी होने के बाद 1953 में इस बाइक का प्रोडक्शन शुरू हुआ। उस वक्त जोहान की वर्क टीम ज्यादा बड़ी नहीं थी, उनकी कंपनी में केवल 20 कर्मचारी काम करते थे लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि वह 20 लोग मिलकर भी हर दिन 3 बाइक का निर्माण कर लेते थे।

हालांकि उस वक्त कंपनी को रजिस्टर्ड नहीं कराया गया था और 1953 में ही जोहान को अपनी कंपनी में इन्वेस्ट करने के लिए इन्वेस्टर मिल गए थे। Ernst Kronreif नाम के एक बिजनेसमैन ने जोहान की कंपनी में इन्वैस्टमेंट किया और उसके बाद कंपनी के नाम में संशोधन करके Kronreif & Trunkenpolz Mattighofen के नाम से रजिस्टर्ड करा दिया गया।

इसके बाद कंपनी को काफी फायदा मिला और कंपनी दिन ब दिन आगे बढ़ती गई और 1954 में ही कंपनी ने KTM R125 Tourist नाम की अपनी अगली बाईक लॉन्च कर दी। इस वक़्त कंपनी इतनी ज्यादा पॉपुलर हो गई थी कि स्पीड के मामले में ये अन्य कम्पनी से आगे थी और कंपनी को 1954 में Austrian 125CC नेशनल चैंपयिनशिप जीत चुकी थी और हाई स्पीड के कारण रेसिंग की दुनिया में अच्छा-खासा नाम भी कमा लिया था।

इसके बाद 1955 में Grand Tourist बाईक और स्कूटर Mirabell को बाजार में लाया गया। इसकी लिस्ट यही खत्म नहीं होती, इसके बाद 1957 में KTM की पहली स्पोर्टस बाईक KTM 125 ट्रॉफी मार्किट मे आयी थी। 

कंपनी ने साईक्लस के प्रोडक्शन की शुरुआत भी कर दी लेकिन इसके बाद कंपनी के इन्वेस्टर और शेयरहोल्डर Ernst Kronreif की मृत्यु हो गई, जिसके बाद कंपनी की हालत खराब होती गई।

यह दौर कंपनी के लिए काफी नाजुक था क्योंकि 1960 में KTM कंपनी के फाउंडर Johan Trunkenpolz की भी मृत्यु हो गई। हालांकि जोहान की मृत्यु के बाद उनके बेटे Erich Trunkenpolz ने कंपनी को संभाला और अपनी मेहनत से कंपनी की स्थिति को बेहतर बनाया। 

1971 में इस कंपनी में 400 वर्कर काम करने लगे थे और कंपनी की स्थापना से 40 साल बाद 42 बाइक का निर्माण हो चुका था।

मोटरसाइकिल और साइकिल के प्रोडक्शन के बाद कंपनी ने मोटर्स और रेडिएटर बनाना शुरू किया। 1989 मे Erich Trunkenpolz की भी मृत्यु हो गई और KTM कंपनी की आर्थिक स्थिति फिर से खराब होने लगी। यह दौर कंपनी के लिए बहुत ही ज्यादा बुरा था क्योंकि उस वक्त कंपनी कर्ज में डूब चुकी थी और कंपनी का मैनेजमेंट बैंकों के हवाले हो चुका था।

1992 में इस कंपनी को अलग-अलग हिस्सों में बांट दिया गया था हालांकि इस कंपनी के मोटरसाइकिल का निर्माण जारी था और इस दौर में ड्यूक(Duke) सीरीज की शुरुआत हुई। 

1994 में ड्यूक सीरीज बाजार में आई और 2013 तक केटीएम के 43.97% शेयर बजाज द्वारा खरीदे जा चुके थे और आज बजाज के पार्टनरशिप में भारत में केटीएम की बाइक बिकती है।

2015 में कंपनी का टर्नओवर 1 बिलियन यूरो से ज्यादा हो गया और आज KTM की सबसे फेमस बाईक KTM Duke महाराष्ट्र में बनाई जाती है जो बजाज के अंतर्गत निर्मित होती है।

KTM से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)

केटीएम इंडियन है या ऑस्ट्रियन?

केटीएम एक ऑस्ट्रियन मोटरसाइकिल और स्पोर्ट्स कार निर्माता है।

केटीएम का मतलब क्या है?

केटीएम का मतलब क्राफ्टफेहरज़ियोज़ ट्रंकेनपोल्न मैटिगोफेन (Kraftfahrzeuge Trunkenpolz Mattighofen) है।

निष्कर्ष – KTM Meaning in Hindi

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको केटीएम की सम्पूर्ण जानकारी शेयर की है, केटीएम क्या है, KTM ka full form kya hai, KTM full form in Hindi & English, KTM meaning in english क्या होता है, केटीएम का इतिहास और इससे जुड़े कुछ सवालो के जवाब भी दिए हैं।

KTM full form in Telugu, KTM full form in Kannada भी Kraftfahrzeuge Trunkenpolz Mattighofen ही है, क्योंकि इसका किसी अन्य भाषा में कोई दूसरा फुल फॉर्म नहीं है।

उम्मीद करते हैं यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी और इससे कुछ न कुछ जानकारी आपको जरुर प्राप्त हुई होगी। फिर भी पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल है या फिर आप कुछ पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, हम जल्द ही आपके कमेंट का रिप्लाई करेंगे।

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