NSDL से जुड़े कई सवाल आपके मन मे आ रहे होंगे जैसे कि NSDL क्या हैं? NSDL का फुल फॉर्म (NSDL Full Form In Hindi) क्या है? NSDL का उद्देश्य क्या है? NSDL क्या कार्य करती है? आदि।
यदि आप भी इसी तरह के सवाल का जवाब पाने के लिए हमारी साइट पर आए हैं तो अब आप बिल्कुल सही जगह पर पहुँच चुके है। अगर आपको NSDL से जुड़ी कोई भी जानकारी पानी है तो इस पोस्ट को आखिर तक जरूर पढ़ें।
क्या आप जानते है कि बैंक के अलावा भी कई ऐसी संस्थाने होती है जहां हम अपने पैसे सुरक्षित रख सकते है?
बहुत से लोगो के मन मे NSDL को लेकर सबसे पहला सवाल यही आता है कि NSDL फुल फॉर्म इन हिंदी (NSDL Full Form In Hindi) क्या है?
तो यहाँ हम सबसे पहले NSDL Full Form In Hindi के बारे मे ही चर्चा करेंगे। तो आइये आगे बढ़ते है और आपको ये बताते है कि NSDL का Full Form क्या है।
NSDL Full Form in Hindi (एनएसडीएल का मतलब क्या है?)
ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि एनएसडीएल (NSDL) का फुल फॉर्म क्या है। यदि आप भी इनमें से एक हैं और इस संस्थान से जुड़ी सारी जानकारी पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि एनएसडीएल का फुल फॉर्म क्या है।
आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि एनएसडीएल का फुल फॉर्म National Securities Depository Limited होता है जिसका हिंदी उच्चारण नेशनल सिक्योरिटीज डिपाजिटरी लिमिटेड है।
बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो यह जरूर जानना चाहेंगे कि एनएसडीएल फुल फॉर्म इन हिंदी (NSDL Full Form In Hindi) क्या है, तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि एनएसडीएल को हिंदी में राष्ट्रीय प्रतिभूतियां भंडार सीमित कहा जाता है।
अब आप यह तो समझ गए होंगे कि एनएसडीएल का फुल फॉर्म क्या है। यदि आपने इसके बारे में पहले कभी सुना होगा तो आप ये जानते होंगे कि यह बैंक की तरह ही एक संस्थान होता है।
आइए इसकी विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हम अगले सेक्शन पर नजर डालते हैं जहां आप जानेंगे कि एनएसडीएल क्या है।
NSDL क्या है?
जैसा कि आपने जाना कि एनएसडीएल का फुल फॉर्म नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड होता है। बहुत से लोग नहीं जानते कि यह बैंक की तरह ही कार्य करता है। आपको यह बात पता होनी चाहिए कि हमारे भारत में मुख्य रूप से 2 तरह के डिपॉजिटरी पाई जाती है जिसमें एनएसडीएल भी एक है और एनएसडीएल भारत की सबसे पहली और सबसे पुरानी डिपॉजिटरी है।
इस डिपॉजिटरी में इन्वेस्टर्स के शेयर, बांड, डिवेंचर और अन्य प्रतिभूतियां शामिल होती है जो इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म के रूप में रहती हैं और यहाँ उन्हें सुरक्षित रखा जाता है। यह एक ऐसी डिपॉजिटरी है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित की गई है।
एनएसडीएल की स्थापना सिक्योरिटी के क्षेत्र में कार्यों को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए की गयी है अर्थात इसकी स्थापना के पश्चात आसानी से सिक्योरिटी का प्रबंधन किया जा सकता है।
इसके अंतर्गत निवेशकों को डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है और यह सुरक्षित होता है क्योंकि यह सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज एनएसई (NSE) से जुड़ा हुआ है अर्थात जो भी डिमैट अकाउंट यहाँ खुलते हैं वह इसी डिपॉजिटरी में ओपन किए जाते हैं।
यदि सीधे शब्दों में इसके बारे में कहा जाए तो यह किसी भी कंपनी, संगठन और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में शामिल करता है जहां विभिन्न तरह के कार्य किए जाते हैं जिसमें लेन-देन को सुरक्षित रखने का महत्वपूर्ण कार्य किया जाता है। यह लेने- देन शेयर, बांड और फाइनैंशल इंस्ट्रूमेंट के जरिए होता है इसलिए यह काफी सरल और सुविधाजनक है।
बहुत लोग यह सोच रहे होंगे कि बैंकों से इसकी क्या समानता है तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि यह बैंकों की तरह ही होता है लेकिन यहां एक अंतर यह होता है कि जैसे बैंकों में पैसों को सुरक्षित रखा जाता है उसी प्रकार एनएसडीएल में स्टॉक, बांड और सिक्योरिटी को सुरक्षित रखा जाता है।
भारत में बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर्स इस डिपाजिट से जुड़े हुए हैं जिनकी सारी प्रतिभूतियां एनएसडीएल के अंतर्गत सुरक्षित रखी जाती हैं।
NSDL की स्थापना?
एनएसडीएल की स्थापना 8 नवंबर 1996 को की गई थी जिसे कई बैंकों के द्वारा स्पॉन्सर किया गया था। एनएसडीएल एनएससी (NSE) से लिंक है और कई स्टॉक ब्रोकर्स से जुड़े हुए हैं। आपको इस बात का ज्ञान भी होना चाहिए कि इसका मुख्य कार्यालय मुंबई में स्थित है और क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित डिपॉजिटरी है इसलिए इसने स्टॉक और बांड आदि के लेन-देन को काफी आसान बना दिया है।
NSDL के उद्देश्य?
NSDL का मुख्य उद्देश्य निवेशको की प्रतिभुतियो अर्थात स्टॉक, बांड आदि को सुरक्षित करना है। इसकी स्थापना सारी कागजी कार्यवाही को खत्म करके इलेक्ट्रॉनिक कार्य को बढ़ावा देने के लिए की गई है। इसके अलावा इसका उद्देश्य वित्तीय बाजार में जोखिम और लागत को कम करना है। इसकी स्थापना के बाद निवेशकों और स्टॉक ब्रोकर्स को एक नई प्रणाली प्राप्त हुई है जिसके जरिए लेनदेन काफी आसान हुआ है अर्थात इससे वित्तीय बाजार में सुरक्षा भी बढ़ी है।
NSDL के कार्य?
एनएसडीएल के कार्यों में सबसे महत्वपूर्ण कार्य निवेशकों के प्रतिभूतियों को सिक्योरिटी प्रदान करना है क्योंकि यहां उनकी प्रतिभूतियां इलेक्ट्रॉनिक रूप में संलग्न होती है। NSDL निवेशकों का डिमैट अकाउंट खुलवाता है जहां उनकी प्रतिभूतियों के रिकॉर्ड होते हैं। इसके अलावा इसका कार्य स्टॉक और बांड आदि के लेन-देन को आसान बनाना है और इसे मैनेज करने की सारी जिम्मेदारी एनएसडीएल की होती है।
NSDL के फायदे?
एनएसडीएल के कई सारे फायदे निवेशको को प्राप्त होते हैं जिनमें से कुछ फायदे इस प्रकार हैं:-
- एनएसडीएल की स्थापना के बाद से इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन में काफी आसानी और सरलता आई है।
- कागजी कार्यवाही कम होने के कारण कई चीजें ऑनलाइन उपलब्ध होने लगी हैं जो पूरी तरह सुरक्षित है।
- एनएसडीएल की वजह से भारतीय वित्तीय बाजार में जोखिम कम हुआ है।
- इसके अंतर्गत प्रतिभूतियां सुरक्षित होती है जिससे निवेशक को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।
- सबसे बड़ा फायदा निवेशकों को यह हुआ है कि अब वे कम लागत में भी ट्रेडिंग करने में सक्षम है।
- एनएसडीएल की स्थापना से पहले कागजी कार्यवाही में अक्सर कई प्रकार की समस्याएं आती थी जो अब लगभग समाप्त हो चुकी हैं।
- शेयर मार्केट में संचार की सुविधा भी एनएसडीएल ने उपलब्ध कराई है।
NSDL के नुकसान?
जिस तरह एनएसडीएल के फायदे हैं उसी प्रकार इसके अंतर्गत कुछ नुकसान भी दिखाई देते हैं। एनएसडीएल के अंतर्गत सबसे बड़ा नुकसान यही है कि ऑनलाइन कार्य होने के कारण धोखाधड़ी जैसे मामले हो सकते हैं अर्थात हैकिंग का रिस्क यहां पर होता है।
NSDL के प्रमोटर और शेयरहोल्डर
एनएसडीएल के प्रमोटर और शेरहोल्डर्स की बात करें तो इसका प्रचार करने के लिए कई बैंक और स्पॉन्सर कार्य करते हैं, जैसे कि एनएसडीएल का प्रमोशन बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड, यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड आदि के द्वारा किया जाता है। इसके अलावा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड भी इसमें शामिल है।
NSDL के शेयरहोल्डर
एनएसडीएल के शेयर कई बैंकों के पास मौजूद हैं। आप ये जरूर जानना चाहेंगे कि एनएसडीएल के शेयर होल्डर कौन-कौन हैं तो आपकी जानकारी के लिए यहां हम उन बैंकों की लिस्ट लेकर आए हैं जिनके पास एनएसडीएल के शेयर्स मौजूद हैं जो कुछ इस प्रकार हैं:-
- Citibank
- Dena Bank
- Canara Bank
- HSBC limited
- Deutsche Bank
- Axis Bank Limited
- HDFC Bank Limited
- State Bank of India
- Union Bank of India
- Standard Chartered Bank
- Oriental Bank of Commerce
NSDL से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)
NSDL क्या है इन हिंदी?
NSDL का फुल फॉर्म नेशनल सिक्योरिटीज डिपाजिटरी लिमिटेड (National Securities Depository Limited) है, जिसे हिंदी में राष्ट्रीय प्रतिभूतियां भंडार सीमित कहा जाता है।
NSDL की स्थापना कब हुई?
NSDL की स्थापना 8 नवंबर 1996 को हुई थी।
निष्कर्ष – NSDL Meaning in Hindi
दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको NSDL की जानकारी साझा की है, एनएसडीएल क्या है, NSDL ka full form, NSDL full form in Hindi & English क्या होता है, एनएसडीएल की स्थापना, उद्देश्य, कार्य, फायदे और नुक्सान क्या हैं इन सबके बारे में विस्तार से बताया है।
बहुत से लोग NSDL के बारे में कई अलग-अलग तरीकों से सर्च करते हैं जैसे की NSDL full form in Pan card, NSDL full form in Banking, NSDL full form in Share Market, NSDL full form in Income Tax, NSDL full form in Railway क्या है तो आपकी जानकारी के लिए बतादें सभी का फुल फॉर्म National Securities Depository Limited ही है।
उम्मीद करते हैं यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी और NSDL के बारे में काफी कुछ जानने के लिए मिला होगा। फिर भी पोस्ट से सम्बंधित आपका कोई सवाल है तो अप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
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