दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको प्रो क्या है, पीआरओ का फुल फॉर्म क्या होता है, (PRO full form in Hindi), PRO kon hota hai, PRO के क्या-क्या कार्य हैं और इसकी जिम्मेदारियों और वेतन की पूरी जानकारी दी है। सम्पूर्ण जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़ें।
क्या आपने कभी PRO (प्रो) का नाम सुना है? अगर हां तो इसे सुनकर आपके मन में सबसे पहला सवाल क्या आया? यही ना कि PRO क्या होता है? और इसका फुल फॉर्म क्या होता है? आज हम आपके लिए इसी विषय की जानकारी लेकर उपस्थित हुए हैं जहां हम आपको PRO अर्थात प्रो से संबंधित सारी जानकारियां प्रदान करने वाले हैं।
यहां आपको पता चलेगा PRO Full Form in Hindi क्या है? इसके अलावा यह क्या होता है? PRO के कार्य क्या है? PRO बनने के लिए क्या करना होता है? PRO के बारे में अन्य जानकारियां देने के लिए सबसे पहले हम आपको बताते हैं प्रो का फुल फॉर्म क्या होता है तो आइए जानते हैं।
PRO Full Form in Hindi (पीआरओ का मतलब क्या है?)
PRO का फुल फॉर्म होता है पब्लिक रिलेशन ऑफिसर (Public Relations Officer), जिसे हिंदी में जनसंपर्क अधिकारी कहते हैं।
अब इस नाम से आपको थोड़ा बहुत आईडिया तो हो ही गया होगा कि PRO क्या होता है, लेकिन अगर आपको अभी भी समझ नहीं आया है तो घबराइए नहीं आगे आपको इससे संबंधित सारी जानकारियां विस्तार में और बहुत ही आसान शब्दों में बताई जा रही है। तो कृपया इस आर्टिकल से अंत तक जरूर जुड़े रहे, आइये अब जानते हैं कि पी आर ओ क्या होता है।
PRO क्या होता है?
पी आर ओ (PRO) वह व्यक्ति है जो किसी संस्था या संगठन का जनता के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए कार्य करता है अर्थात पी आर ओ का कार्य किसी भी संस्था को जनता के साथ जोड़ना या संपर्क में लाना है। पीआरओ (PRO) अर्थात जनसंपर्क अधिकारी अपनी संस्था या संगठन के लिए जनता यानी ग्राहकों का विश्वास जीतने का कार्य करता है। इतना ही नहीं एक PRO के जरिये ही संस्था और ग्राहक के बीच अच्छा सम्बन्ध कायम रह सकता है इसलिए एक PRO काफी प्रतिष्ठित पद है।
अपने बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल के जरिए वह जनता को अपनी तरफ आकर्षित रखने की शक्ति रखता है और लोगों के सामने एक अच्छा इमेज बनाता है जिसके लिए जनसंचार माध्यमों जैसे टीवी, रेडियो, न्यूज़ पेपर, सोशल मीडिया आदि का उपयोग किया जाता है।
इस तरह आप समझ गए होंगे कि पी आर ओ (PRO) क्या होता है, लेकिन इस सवाल का जवाब अभी भी क्लियर नहीं हुआ है कि इसके और कौन-कौन से कार्य हैं? तो चले इस पर भी एक नजर डालते हैं।
PRO के क्या-क्या कार्य होते हैं? (Work of Public Relation Officer)
जैसे कि आप पहले पढ़ चुके हैं कि पी आर ओ (पब्लिक रिलेशन ऑफिसर) का कार्य जनता और संस्था के बीच अच्छे संबंध स्थापित करना है जिसके लिए वह सोशल मीडिया और संचार माध्यमों का उपयोग करता है, लेकिन इसके अलावा भी एक जनसंपर्क अधिकारी के बहुत सारे कार्य होते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार है।
- जनसंपर्क अधिकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करता है जिसमें मीडिया संस्थानों को बुलाया जाता है और मीडिया संस्थानों की मदद से अपनी कंपनी, प्रोडक्ट या ब्रांड को प्रमोट किया जाता है ताकि उनकी संस्था की एक बेहतरीन इमेज जनता के सामने प्रस्तुत हो सके।
- एक जनसंपर्क अधिकारी अपनी संस्था की सारी खूबियों को जनता के सामने पेश करने का प्रयास करता है और साथ ही अपने संस्थान में बनने वाली नीतियों, योजनाओं आदि को जनता के सामने लाने का कार्य भी पीआरओ ही करता है।
- इसके अलावा कार्यक्रम का संचालन करना और प्रचार-प्रसार करना, अपनी संस्था के विकास के लिए बेहतर कदम उठाना जिससे जनता उनकी संस्थाओं से जुड़ी रहे, इस तरह के कार्य भी जनसंपर्क अधिकारी करता है।
तो पी आर ओ के कार्य भी समझ में आ जाते हैं लेकिन अब सवाल यह उठता है कि पीआरओ को नियुक्त क्यों किया जाता है और कौन-कौन सी जिम्मेदारी उनके ऊपर होती है? तो चलिए अब बिना देर किए इस विषय के बारे में भी जानकारी प्राप्त करते है।
पीआरओ की जिम्मेदारियां क्या होती हैं?
कोई भी संस्था चाहे वह किसी प्रोडक्ट की कंपनी हो या सरकार, एक पीआरओ (PRO) को इसलिए नियुक्त करती है ताकि उन के माध्यम से अपनी छवि को जनता के सामने बेहतर रूप से प्रस्तुत कर सकें और जनता की नजरों में खुद को बेहतर बना सके।
इसलिए पीआरओ के ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती है जिससे संस्था और ग्राहकों या जनता के बीच बेहतर संबंध बनाये रखा जा सके। आज के समय में केंद्र सरकार और राज्य सरकार भी जनता तक अपनी बनाई गई योजनाओं को पहुंचाने के लिए पीआरओ की नियुक्ति करते हैं। जिनके लिए पीआरओ को निम्नलिखित जिम्मेदारियों को निभाना होता है:-
- पीआरओ (PRO) की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि संस्था को लेकर लोगों के मन में जो भी आशंका है उसे दूर किया जाए।
- संस्था जो भी कार्यक्रम और नीतियां बनाती है उसे लोगों को समझने में आसानी हो इसके लिए सही कदम उठाना जनसंपर्क अधिकारी की जिम्मेदारी है।
- कई संस्थाएं ऐसी होती है जो अपनी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए पत्र-पत्रिकाओ का प्रकाशन करती है जिसका संपादन कार्य जनसंपर्क अधिकारी को करना पड़ता है।
- एक संस्था द्वारा जितनी भी जानकारियां विज्ञापन के जरिए जारी की जाती है उनकी मॉनिटरिंग भी एक जनसंपर्क अधिकारी ही करता है।
- इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में अपनी संस्था की एक अच्छी इमेज बनाए रखने की जिम्मेदारी जनसंपर्क अधिकारी की ही होती है, और इन सभी कार्य को करने के लिए पब्लिक रिलेशन ऑफिसर के पास सभी तकनीकों की जानकारी और कम्युनिकेशन स्किल होना बहुत जरूरी है।
PRO की सैलरी कितनी होती है?
अगर आप इस फिल्ड मे अपना करियर बनाना चाहते है और जानना चाहते है कि इस प्रोफेशन मे आपको कितनी सैलेरी मिलेगी, तो हम आपको बता दे कि इस पोस्ट मे कार्य करने के शुरूआती दौर मे आपको 14 हज़ार से 16 हज़ार रुपये प्रति माह प्राप्त हो जाएँगे। जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ेगा वैसे-वैसे आपकी सैलेरी भी बढ़ती जाएगी।
जब आपको 5 से 6 वर्ष का अनुभव हो जाएगा तो आप इस पद मे रहकर प्रति माह 50 हज़ार से 1 लाख रुपये तक भी कमा सकते है।
Public Relation Officer कैसे बनें?
बहुत से लोगों के मन मे ये सवाल आ रहे होंगे कि पब्लिक रिलेशन ऑफिसर बनने के लिए क्या करना होगा? अगर आप भी इन्ही मे से एक है और ये जानना चाहते है कि PRO कैसे बनते है तो आइये हम आपको इसकी जानकारी भी देते है।
PRO बनने के लिए आपको इससे जुड़े पब्लिकेशन कोर्स करने होंगे जिसके लिए आपको 12th पास करना जरूरी है। जब आप अपनी हाई स्कूल की शिक्षा पूरी कर लेंगे तो इसके बाद आप पब्लिक रिलेशन से जुड़े बैचलर डिग्री या डिप्लोमा कोर्स कर सकते है जिसमें बैचलर डिग्री 3 साल की और डिप्लोमा कोर्स 2 साल का होता है। ग्रेजुएशन करने के बाद आपको मास्टर की डिग्री और पीजी डिप्लोमा के लिए अप्लाई करना होगा।
आप नीचे दिए गए किसी भी कोर्स को करके पब्लिक रिलेशन ऑफिसर के लिए अप्लाई कर सकते है:-
- डिप्लोमा इन जर्नलिस्म एंड मास कम्युनिकेशन
- डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन
- बैचलर इन मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिस्म
- बीएससी इन मास कम्युनिकेशन
- बीए इन मास कम्युनिकेशन
- पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिस्म एंड मास कम्युनिकेशन
- पीजी डिप्लोमा इन एडवरटाइजिंग एंड पब्लिक रिलेशन
- पीजी डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन
- मास्टर इन माकम्युनिकेशन एंड जर्नलिस्म
- एमएससी इन मास कम्युनिकेशन
- एमए इन मास कम्युनिकेशन
इनमे से किसी भी कोर्स को करने के बाद आप PRO पद के लिए आवेदन दे सकते है जहां लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के जरिये आपका चयन किया जाता है। इस तरह आप पब्लिक रिलेशन ऑफिसर बन सकते है और अच्छी खासी इनकम प्राप्त कर सकते है।
पीआरओ के अन्य फुल फॉर्म
PRO full form in Hospital/Medical | Patient Reported Outcomes |
PRO full form in School | Public Relations Officer |
PRO full form in Business | Public Relations Officer |
PRO full form in Police | Public Relation Officers |
PRO से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)
Pro का क्या काम होता है?
Pro का काम जनता और संस्था के बीच अच्छे संबंध स्थापित करना और संस्था या फिर किसी संगठन की रणनीतियों की योजना बनाना होता है।
प्रो का फुल फॉर्म क्या है?
Pro का फुल फॉर्म Public Relations Officer होता है, हिंदी में इसका अर्थ जनसंपर्क अधिकारी होता है।
निष्कर्ष – PRO Meaning in Hindi
दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको PRO ka full form, प्रो फुल फॉर्म इन हिंदी क्या है (PRO full form in Hindi), प्रो के कार्य, जिम्मेदारियां और सैलरी क्या होती है, पब्लिक रिलेशनशिप ऑफिसर कैसे बनें इसकी सम्पूर्ण जानकारी दी है।
अगर आपका कोई सवाल है तो आप बेझिझक कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं और अगर पोस्ट से कुछ हेल्प मिली तो सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करें।
अन्य पढ़ें:-