यहां आप आरटी पीसीआर फुल फॉर्म इन हिंदी (RT PCR Full Form In Hindi) के बारे में तो जानेंगे ही, इसके अलावा हम आपको यह भी बताइए कि RT PCR क्या होता है और मेडिकल के क्षेत्र में यह कितना महत्वपूर्ण है, सम्पूर्ण जानकारी के लिए पोस्ट को अंत तक पूरा पढ़ें।
आज की बढ़ती टेक्नोलॉजी के जरिये विज्ञान ने भी बहुत तरक्की कर ली है, वही मेडिकल के क्षेत्र में भी बहुत कुछ विकसित हो चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज मेडिकल साइंस के अंतर्गत कुछ ऐसी तकनीक भी शामिल हो चुकी है जो मनुष्य के अंदर उपस्थित किसी भी तरह की दोष और वायरस का पता लगाने के लिए इस्तेमाल की जाती है?
आज हम ऐसे ही एक तकनीक के बारे में आपको बताएंगे जिसका नाम है RT PCR।
पिछले कुछ सालों से RT PCR काफी ज्यादा चर्चा में है, वही जब से हमारे देश में कोविड-19 जैसी महामारी फैली है तब से यह और भी ज्यादा चर्चा में आने लगी है।
बहुत से लोग ऐसे हैं जो इस महामारी के दौरान ही RT PCR से परिचित हुए हैं। ऐसे में बहुत लोग यह भी जानना चाहते हैं कि RT PCR का फुल फॉर्म (RT PCR Ka Full Form) या आरटी पीसीआर फुल फॉर्म इन हिंदी (RT PCR Full Form In Hindi) क्या है।
यदि आप भी इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमारी साइट पर आए हैं तो यहां आपको RT PCR से संबंधित संपूर्ण जानकारी हम प्रदान करने वाले हैं।
तो चलिए अब बिना देर किए सबसे पहले यह जानते हैं कि RT PCR फुल फॉर्म इन हिंदी क्या है।
RT PCR Full Form in Hindi (आरटी पीसीआर का फुल फॉर्म)
आरटी पीसीआर का जिक्र बहुत ज्यादा होने लगा है इसलिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि RT PCR का फुल फॉर्म आखिर है क्या?
तो आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि आरटी पीसीआर का फुल फॉर्म Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction होता है जिसका हिंदी उच्चारण रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेज चेन रिएक्शन है।
R: Reverse
T: Transcription
P: Polymerase
C: Chain
R: Reaction
बहुत से लोग यह जानना चाहेंगे कि RT PCR का हिंदी फुल फॉर्म क्या होता है?
अगर आप भी इसी सवाल की तलाश में यहां आए हैं तो हम आपको बता दें कि इसका कोई हिंदी फुल फॉर्म नहीं है। यह एक लैब टेक्निक है जो मुख्य रूप से वायरस का पता लगाने के लिए काम में लाई जाती है। इसकी संपूर्ण जानकारी हम आपको आने वाले सेक्शन में बताएगे इसलिए इस पोस्ट के साथ आखिर तक बने रहे।
अब आप समझ गए होंगे कि RT PCR का फुल फॉर्म क्या है तो चलिए अब यह जानते हैं कि RT PCR आखिर होता क्या है ।
RT PCR क्या है?
आरटी पीसीआर एक लैब टेक्निक है जिसका इस्तेमाल वायरस का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह तरीका किसी भी तरह के वायरस का पता लगाने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि इससे वायरस का पता कैसे चलता है तो यह हम आपको आगे बताएंगे।
आरटी पीसीआर का उपयोग यह जानने के लिए भी किया जाता है कि मनुष्य के शरीर में न्यूक्लिक एसिड मौजूद है या नहीं। न्यूक्लिक एसिड के अंतर्गत ही डीएनए और आरएनए उपस्थित होता है।
जब से हमारे देश में कोरोना का संक्रमण आया है तब से आरटी पीसीआर की जरूरत और भूमिका बहुत ज्यादा बढ़ गई है आरटी पीसीआर का उपयोग कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए किया जाता है।
आपने यह जरूर सुना होगा कि कोरोनावायरस से बचने और इसके मामलों की जांच के लिए सरकार द्वारा कई दिशा निर्देश दिए गए थे, जिसमें सभी नागरिकों का आरटी पीसीआर टेस्ट किया जा रहा था। आरटी पीसीआर परीक्षण किसी भी तरह के संक्रमण की जांच के लिए बहुत ज्यादा प्रभावी माना जाता है इसलिए कोरोना की महामारी के दौरान यह काफी चर्चा में रहा है।
अब आप समझ रहे होंगे कि आरटी पीसीआर क्या है लेकिन बहुत लोगों के मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर RT PCR के अंतर्गत जांच की कैसे जाती है और कैसे संक्रमण का पता लगाया जाता है?
तो चलिए यह जानने के लिए हम अगले सेक्शन में नजर डालते हैं।
RT PCR जांच कैसे की जाती है?
आरटी पीसीआर परीक्षण के लिए जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार कुछ खास तरह की तैयारी व्यक्ति को करनी पड़ती है। यदि कोई व्यक्ति आरटी पीसीआर टेस्ट करवा रहा है और किसी प्रकार की दवा का सेवन कर रहा है तो उसे अपने डॉक्टर से सलाह लेनी पड़ती है।
आरटी पीसीआर का उपयोग संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है जिसके लिए मनुष्य के शरीर के कई हिस्सों से सैंपल लिया जाता है।
अब आप यह सोचेंगे कि आखिर किस तरह के सैंपल की जरूरत इस जांच के अंतर्गत पड़ती है, तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि ज्यादातर नाक और गले के म्यूकोसा के अंदर वाली परत से सलाइवा को स्वैब के जरिये सैंपल के तौर पर लिया जाता है।
आपने अपने सोशल मीडिया या न्यूज़ चैनल की मदद से किसी ना किसी का RT PCR टेस्ट होते हुए जरूर देखा होगा। इस जांच के लिए रुई के फाहे का उपयोग करके मुंह के अंदर से सैंपल लिया जाता है जिसके लिए आपको अपने सिर को पीछे की तरफ करने के लिए कहा जाता है।
इसके बाद लैब टेक्नीशियन सैंपल प्राप्त करने के लिए स्वैब स्टिक को नाक के अंदर डालते हैं और कुछ सेकंड नाक के अंदर रखकर नाक के स्त्राव को सैंपल के रूप में एकत्रित कर लेते हैं।
सैंपल लेने के बाद स्टिक को धीरे- धीरे घुमाते हुए बाहर निकाला जाता है और जांच के लिए लैब में भेजा जाता है। लैब में उस सैंपल का मिलान जेनेटिक वायरस के सैंपल से किया जाता है।
यदि सैंपल, वायरस सैंपल से मैच कर जाता है तो इसका मतलब है कि मनुष्य के शरीर में वायरस मौजूद है। आरटी पीसीआर की रिपोर्ट आने में लगभग 6 से 8 घंटे का समय लग जाता है पर हो सकता है कि इसमें कुछ ज्यादा समय भी लग जाए।
आइए जानते हैं कि आरटी पीसीआर का टेस्ट कब किया जाता है।
RT PCR टेस्ट कब और क्यों किया जाता है?
आरटी पीसीआर का टेस्ट किसी भी वायरस का पता लगाने के लिए किया जाता है इसलिए यदि किसी को ऐसा लगता है कि वह किसी प्रकार के वायरस के गिरफ्त में है तब उसे आरटी पीसीआर टेस्ट करवाना चाहिए।
आरटी पीसीआर टेस्ट मुख्य रूप से कोरोना वायरस जैसे गंभीर संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है। यदि कोई मनुष्य आरएनए में कैंसर की मौजूदगी का पता लगाना चाहता है तो भी आरटी पीसीआर टेस्ट किया जाता है।
इसके अलावा शरीर में ट्यूमर का पता लगाने के लिए भी यह परीक्षण काफी प्रभावशाली है। आरटी पीसीआर टेस्ट अनुवांशिक बीमारियों का पता लगाने के लिए भी किया जाता है।
यदि आपके अंदर किसी प्रकार के वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप आरटी पीसीआर टेस्ट करवा सकते हैं।
अब सवाल यह उठता है कि आरटी पीसीआर टेस्ट कराने में लगभग कितना खर्चा होता होगा तो आइए हम आपको इसकी जानकारी देते हैं।
RT PCR टेस्ट कितने का होता है?
यदि हम बात करें कोरोना वायरस के आरटी पीसीआर टेस्ट की तो इसका रेट 2400 रुपये हुआ करता था हालांकि इसके रेट में संशोधन करके दिल्ली सरकार द्वारा यह आदेश दिया गया कि RT PCR टेस्ट का रेट 800 रुपये होगा। वहीं यदि कोई व्यक्ति अपने घर से सैंपल देगा तो उसे इसके लिए 1200 रुपये का भुगतान करना होगा।
अन्य भाषा में RT PCR के फुल फॉर्म
RT PCR full form in Tamil | தலைகீழ் டிரான்ஸ்கிரிப்ஷன் பாலிமரேஸ் சங்கிலி எதிர்வினை |
RT PCR full form in Kannada | ರಿವರ್ಸ್ ಟ್ರಾನ್ಸ್ಕ್ರಿಪ್ಷನ್ ಪಾಲಿಮರೇಸ್ ಚೈನ್ ರಿಯಾಕ್ಷನ್ |
RT PCR full form in Gujarati | રિવર્સ ટ્રાન્સક્રિપ્શન પોલિમરેઝ ચેઇન રિએક્શન |
RT PCR full form in Malayalam | റിവേഴ്സ് ട്രാൻസ്ക്രിപ്ഷൻ പോളിമറേസ് ചെയിൻ റിയാക്ഷൻ |
RT PCR full form in Marathi | रिव्हर्स ट्रान्सक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन |
RT PCR टेस्ट से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)
आरटी पीसीआर रिपोर्ट कैसे मिलेगा?
आरटी पीसीआर रिपोर्ट लेने के लिए आप टेस्ट के समय दिया गया अपना मोबाइल नंबर उपयोग करें या फिर डायरेक्ट लैब में जाकर टेस्ट रिपोर्ट कलेक्ट करें।
आरटी पीसीआर टेस्ट कितने में होता है?
आरटी पीसीआर टेस्ट ₹800 से लेकर ₹1200 के बीच में हो जाता है।
निष्कर्ष – RT PCR Meaning in Hindi
दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको RT PCR क्या है, RT PCR full form in Hindi & English, RT PCR full form in Medical term क्या होता है, आरटी पीसीआर टेस्ट कैसे किया जाता है और कब किया जाता है, RT PCR Price क्या है इन सारे सवालो के जवाब दिए हैं। उम्मीद करते हैं यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी और आरटी पीसीआर के बारे में बहुत कुछ जानने के लिए मिला होगा।
अगर फिर भी आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं हम जल्द ही आपके कमेंट का रिप्लाई करने की कोशिश करेंगे। बाकी आप इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करके और भी लोगो को इस टेस्ट के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
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