क्या आप जानते हैं एसडीएम क्या है? और एसडीएम फुल फॉर्म इन हिंदी (SDM Full Form In Hindi) क्या होता है?

यदि नहीं तो इस पोस्ट के माध्यम से आपको इससे संबंधित सारी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। वहीं यदि आप एसडीएम से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो भी यह पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है क्योंकि यहां हम आपको केवल एसडीम फुल फॉर्म इन हिंदी (SDM Full Form In Hindi) नहीं बताएंगे, हम आपको इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी देंगे।

जब बात आती है सरकारी विभाग की तो इसके अंतर्गत आपको कई सारे पद मिलते हैं जहां कानून बनाने वाले, कानून लागू करने वाले और कानून के लिए कार्यवाही करने वाले कई सरकारी अधिकारी मौजूद होते हैं। आज हम एक ऐसे ऑफिसर की जानकारी आपको प्रदान करने वाले हैं जो विभिन्न मजिस्ट्रेट कर्तव्यों का पालन करता है और इस ऑफिसर का नाम है – एसडीएम (SDM)।

एसडीएम क्या होता है से लेकर एसडीएम के कार्य और सैलरी की जानकारी भी आपको मिलेगी। किसी भी विषय में आगे बढ़ने से पहले उसे जान लेना बेहतर होता है इसलिए एसडीएम की जानकारी प्राप्त करने से पहले आपको SDM का फुल फॉर्म मालूम होना चाहिए।

तो चलिए सबसे पहले यह जान लेते हैं कि एसडीएम फुल फॉर्म इन हिंदी क्या है।

SDM Full Form in Hindi (एसडीएम का मतलब क्या है?)

SDM Full Form in Hindi

वैसे तो एसडीएम के कई फुल फॉर्म आपको मिल जाएंगे लेकिन यहां हम जिस फुल फॉर्म की बात कर रहे हैं वह कानून से संबंधित है। आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि एसडीएम का फुल फॉर्म Sub Divisional Magistrate (सब डिविजनल मजिस्ट्रेट) होता है। बहुत लोगों के मन में यह सवाल भी आता है कि एसडीएम फुल फॉर्म इन हिंदी (SDM Full Form In Hindi) क्या है।

ऐसे बहुत लोग हैं जिन्हें इसकी जानकारी होगी लेकिन बहुत लोग ऐसे भी हैं जिन्हें यह नहीं पता कि एसडीएम का फुल फॉर्म हिंदी में क्या है या इसका अर्थ क्या होता है, तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें की एसडीएम का फुल फॉर्म उप प्रभागीय न्यायाधीश होता है।

अधिकतर लोग यह जानना चाहते हैं कि एसडीएम कौन होता है और इस सवाल का जवाब ढूंढते हुए यहां आए हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पहुंच चुके हैं।

चलिए अगले सेक्शन में जानते हैं कि एसडीएम कौन होता है।

SDM कौन होता है?

जैसा कि आपने पहले सेक्शन में जाना कि एसडीएम का पूरा नाम सब डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है जिसे हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश कहा जाता है, हालांकि कई लोग इसे सब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट अर्थात उप जिला अधिकारी भी कहते हैं।

एसडीएम एक प्रतिष्ठित पद है जो सरकारी विभाग के अंतर्गत आता है। इसके अंतर्गत कार्य करने वाला व्यक्ति कई सरकारी कार्य करता है जिसकी जानकारी आपको आगे मिलने वाली है इसलिए इस पोस्ट मे आखिर तक जरूर बने रहे।

एसडीएम का पद उच्च होता है इसलिए कई लोग ऐसे हैं जो एसडीएम बनना चाहते हैं। हालांकि कम जानकारी की वजह से लोगों को एसडीएम बनने की पूरी प्रक्रिया नहीं समझ आती।

एक प्रभागीय न्यायाधीश अर्थात एसडीएम वह व्यक्ति होता है जो जिले के सभी जमीन व्यापार पर नजर रखता है और उसकी देखरेख करता है। यह जिले में सभी भूमि का लेखा-जोखा एसडीएम के पास होता है। एसडीएम एक ऐसा व्यक्ति है जिसके पास विशेष अधिकार होते हैं और एक उपखंड के सभी तहसीलदार एसडीएम के अंतर्गत कार्य करते हैं अर्थात एसडीएम को यह अधिकार है कि वह तहसीलदारों को नियंत्रित कर सकता है।

इस तरह आप समझ गए होंगे कि एसडीएम क्या है। लेकिन सवाल यह है की एसडीएम बनते कैसे हैं और कौन-कौन से विशेष कार्य एसडीएम द्वारा किए जाते हैं?

आइए सबसे पहले एसडीएम बनने की प्रक्रिया पर नजर डालते हैं।

SDM कैसे बनें?

जैसा कि आपने जाना कि यह काफी प्रतिष्ठित पद है इसलिए इस पद को प्राप्त करने के लिए आपको चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। हालांकि बहुत लोग ऐसे हैं जो एसडीएम तो बनना चाहते हैं पर उन्हें इसकी प्रक्रिया की जानकारी नहीं होती जिसकी वजह से भी वह आगे नहीं बढ़ पाते।

अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो आइए जानते हैं कि एसडीएम कैसे बना जाता है।

एसडीएम बनने के लिए सबसे पहले आपके अंतर्गत कुछ योग्यताएं होनी चाहिए जिसे सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है जैसे कि:-

  • सबसे पहले तो आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त करनी होगी।
  • स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही आप एसडीएम की परीक्षा में सम्मिलित हो पाएंगे।
  • यहां पर कैंडिडेट के लिए आयु सीमा निर्धारित की गई है जहां प्रत्येक वर्ग के आयु सीमा निर्धारित है, जैसे कि सामान्य वर्ग के लोगों के लिए यह 21 वर्ष से 35 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई है, वहीं पिछड़ा वर्ग के लिए 21 वर्ष से 40 वर्ष तक की आयु सीमा और अनुसूचित वर्ग और अनुसूचित जनजाति के लिए 21 वर्ष से 45 वर्ष तक की आयु सीमा निर्धारित है।

SDM Exam Pattern

एसडीएम बनने के लिए जरूरी है कि आप एग्जाम पैटर्न की जानकारी रखें। यहाँ आपको दो तरह से एसडीएम बनने का मौका मिलता है:-

  • सबसे पहला तरीका तो यह है कि आप अपने राज्य द्वारा आयोजित पीसीएस एग्जाम जिसे स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन कहा जाता है में शामिल हो सकते हैं, जहां आपको प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के चरणों से गुजरना होगा। जब आप इन तीनों चरणों को पार कर लेंगे तो आप SDM बन जाएंगे।
  • वही दूसरा तरीका यह है कि यूपीएससी या सीएसई परीक्षा को क्लियर करके एसडीएम की परीक्षा के लिए आवेदन दे सकते हैं। यहां भी आपको तीन चरणों से गुजरना  होता है जो प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू होते हैं। जब आप इन तीनों चरणों को क्लियर कर लेते हैं तो आपको आईएएस ऑफिसर बना दिया जाता है। जिसके बाद एसडीएम के पद के लिए आपको नियुक्त किया जाता है।

आइए अब एसडीएम के कार्य के बारे में भी जान लेते हैं।

SDM के कार्य?

सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के नाम से आप समझ सकते हैं कि कितने महत्वपूर्ण कार्य इस पद में करने होते होंगे। जैसा कि हमने आपको बताया कि किसी भी जिले के जमीन का पूरा लेखा-जोखा एसडीएम के पास होता है और वह तहसीलदारों को नियंत्रित रखने का अधिकार रखता है लेकिन इसके अलावा भी कुछ महत्वपूर्ण कार्य एसडीएम के द्वारा किए जाते हैं, जैसे कि:-

  • विवाह रजिस्ट्रेशन करवाना एसडीएम का कार्य होता है।
  • कई प्रकार के पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के लिए कई तरह के लाइसेंस जारी करने पड़ते हैं जिसकी पूरी देखरेख एसडीएम ही करता है।
  • नवीकरण करना जैसे कार्य भी एसडीएम की जिम्मेदारी होती है।
  • जब राज्यों में लोकसभा और विधानसभा के सदस्यों का चुनाव होता है उसमें भी एसडीएम महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • इसके अलावा कई कानूनी कार्यवाही भी एसडीएम द्वारा की जाती है जैसे कि नाबालिक कृत्यो में एसडीएम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

SDM की सैलरी?

एसडीम बनने के बाद कैंडिडेट को कई सारे लाभ मिलते हैं और इनकी सैलरी भी काफी ज्यादा होती है क्योंकि यह काफी उच्च और प्रतिष्ठित पद होता है। एक एसडीएम को सरकारी आवास, घरेलू नौकर, वाहन, सुरक्षाकर्मी, टेलीफोन कनेक्शन, फ्री बिजली, आधिकारिक यात्रा के दौरान आवश्यक सुविधा और पेंशन जैसे कई सुविधाएं दी जाती है।

इसके अलावा यदि बात की जाए इनकी सैलरी की तो एक एसडीएम को शुरुआत में 56100 रुपये प्रति माह सैलरी दी जाती है जो अनुभव के साथ धीरे-धीरे बढ़ती है।

एसडीएम से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)

एसडीएम का दूसरा नाम क्या है?

एसडीएम का पूरा नाम सब डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है, जबकि कुछ लोग इसे दुसरे नाम यानी की सब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट भी कहते हैं।

एसडीएम से बड़ा कौन होता है?

एसडीएम से ज्यादा पावरफुल पद एक DM (District Magistrate) का होता है।

एसडीएम का वेतन कितना होता है?

एसडीएम का शुरूआती वेतन 56100 रुपये प्रति माह होता है, जो की अनुभव के साथ बढ़ता रहता है।

एक जिले में कितने एसडीएम होते हैं?

एक जिले में एसडीएमों की संख्या विभिन्न राज्यों और जिलों के आधार पर भिन्न हो सकती है।

निष्कर्ष – SDM Meaning in Hindi

दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको एसडीएम की सम्पूर्ण जानकारी साझा की है, एसडीएम क्या है, SDM ka full form, SDM full form in Hindi & English, SDM full form in Government, SDM ka matlab क्या होता है, एसडीएम कैसे बनें, एसडीएम एग्जाम पैटर्न क्या है, SDM के कार्य और सैलरी क्या होती है इत्यादि। उम्मीद करते हैं एसडीएम से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी आपको पसंद आई होगी।

फिर भी पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल है या आप कुछ पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं, हम जल्द से जल्द आपके कमेंट का रिप्लाई करने की कोशिश करेंगे।

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