दोस्तों आज की पोस्ट में हम आपको UTI का फुल फॉर्म क्या है (UTI Ka Full Form in Hindi), UTI Full Form in Hindi और इसके साथ इसकी संपूर्ण जानकारी जैसे कि UTI क्या होता है? यूटीआई के लक्षण क्या है? यह कैसे होता है और इसके बचाव के उपाय क्या है? आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
आज के ज़माने में अक्सर बीमारियां होना आम बात हो गई है और इसके कई कारण भी हो सकते है। आज हम आपको एक ऐसी ही आम समस्या के बारे में बताने वाले हैं जो अक्सर लोगों में देखी जा सकती है और समय पर इसकी रोकथाम ना करने पर यह गंभीर रूप भी धारण कर सकती है और इस बीमारी का नाम है – यूटीआई (UTI)।
क्या आपने इसके बारे में पहले कभी सुना है?
अगर आप इस समस्या से पीड़ित हैं तो आप जरूर इस बारे में ढून्ढ रहे होंगे की UTI होने के लक्षण क्या है, UTI होने का कारण क्या होता है, इसकी रोकथाम कैसे करें, जिसकी जानकारी आज आपको यहां मिलने वाली है।
अगर आप इसे जानने के लिए उत्सुक हैं तो आपको यह पोस्ट आखिर तक पढ़ना होगा तो चलिए बिना देर किए हुए सबसे पहले जानते हैं की यूटीआई का फुल फॉर्म (UTI Ka Full Form) क्या है।
UTI Ka Full Form क्या है? (UTI Full Form in Hindi)
UTI का फुल फॉर्म यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Urinary Tract Infection) होता है, इसे हिंदी मे मूत्र मार्ग संक्रमण भी कहा जाता है। यह बहुत ही आम समस्या है लेकिन इसकी रोकथाम भी जरूरी है।
U: Urinary
T: Tract
I: Infection
अब इसके फुल फॉर्म को जानने के बाद आप समझ गए होंगे कि ये किस प्रकार का रोग है लेकिन इसकी पूरी जानकारी आपको प्राप्त करनी होगी क्योंकि आज ये बहुत ही आम समस्या बन चुकी है इसलिये आपको इससे बचाव और रोकथाम के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी होगी।
तो चलिए सबसे पहले जानते है कि UTI क्या है।
UTI क्या है?
UTI अर्थात यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Urinary Tract Infection) या यू.टी.आई ई-कोलाई बैक्टीरिया के कारण होने वाली एक ऐसी समस्या है जो बहुत ही कॉमन हो चुकी है और महिलाओंं और पुरुषो दोनों में ही देखी जा सकती है लेकिन महिलाओं में ये समस्या आम तौर पर ज्यादा देखी जाती है।
यू.टी.आई की समस्या होने पर मूत्राशय और इसकी नली बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाती है जिसका मुख्य कारण ई-कोलाई बैक्टिरीया है। हालाकि इस समस्या के और भी कई कारण हैं जैसे कि लम्बे समय तक मूत्र रोके रखना, गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति और शुगर की बीमारी आदि।
यह समस्या दो तरह से शरीर में पनपने लगती है जिनमें से एक है मूत्र पथ में संक्रमण और दूसरा है मूत्राशय का संक्रमण। आइए इन दोनों के बारे में कुछ जरूरी बातें आपको बताते है।
मूत्र पथ के संक्रमण पुरुषों में कम और महिलाओं में अधिक आम है। यह समस्या बहुत ही आम है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आधी से अधिक महिलाएं अपने जीवन में कम से कम एक बार इस संक्रमण की समस्या का सामना करती ही हैं।
मूत्राशय संक्रमण वह संक्रमण है जो मूत्र तंत्र के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे कि किडनी, लेबर, गुर्दे आदि। यह संक्रमण मूत्राशय के अंतर्गत होता है जो एक तरह का बैक्टीरिया संक्रमण है इस तरह का संक्रमण उन लोगों में ज्यादा पाया जाता है जिनकी इम्यून सिस्टम कमजोर होती है साथ ही यीस्ट भी मूत्राशय के संक्रमण का मुख्य कारण है।
अब सवाल यह उठता है कि हमें पता कैसे चलेगा कि हम इस समस्या से ग्रसित है? तो आइए यह समझने के लिए इस समस्या के लक्षणों को जानने का प्रयास करते हैं।
यूटीआई के लक्षण क्या हैं?
यदि आप यूटीआई के लक्षणों की पहचान करना चाहते हैं तो इसकी पहचान मुख्य रूप से मूत्र संबंधी समस्याओं से की जा सकती है लेकिन इसके और भी कई लक्षण हैं जो अगर आपको दिखाई देते हैं तो आप यूटीआई का चेकअप करा सकते हैं।
यूटीआई की समस्या होने पर मूत्राशय में संक्रमण हो जाता है और मूत्रमार्ग और मूत्राशय की परत में सूजन आ जाती है।
- यदि आपको मूत्र त्याग करते वक्त दर्द या जलन का अनुभव होता है तो आपको यूटीआई की समस्या हो सकती है।
- यदि आप बार-बार मूत्र त्याग जैसे समस्या का सामना कर रहे हैं तो यह यूटीआई का एक कारण हो सकता है। कई बार ऐसा होता है कि बहुत कम मात्रा में मूत्र त्याग होता है।
- यदि मूत्र त्याग करते वक्त खून आने जैसी समस्या होती है तो यह यूटीआई का एक लक्षण है।
- हल्का बुखार आना, ठंड लगना और कंपकंपी भी यूटीआई का एक कारण हो सकता है।
- यदि आपको जी मचलाने जैसी समस्या हो रही है तो यह भी यूटीआई का एक कारण हो सकता है।
- पीलिया, उल्टी, दस्त और व्यवहार में चिड़चिड़ापन भी इस समस्या के लक्षण हैं जो आम तौर पर छोटे बच्चों में देखे जाते हैं। इसके अलावा बुजुर्गों में बुखार, भूख ना लगना, सुस्ती और व्यवहार में चिड़चिड़ापन इसके लक्षण है।
UTI होने का कारण क्या है?
जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि यूटीआई होने का मुख्य कारण ई-कोलाई बैक्टीरिया होता है लेकिन इसके अलावा भी यूटीआई होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं जैसे कि:-
- यदि किसी व्यक्ति को शुगर की बीमारी है तो उसे यू.टी.आई होने का खतरा काफी ज्यादा होता है। इसलिए शुगर की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए इसका रोकथाम ज्यादा जरूरी है।
- यदि आपकी आदत अस्वस्थ स्थान पर रहने की है अर्थात आप के आस पास की जगह अस्वच्छ होती है तो ऐसे में यूटीआई संक्रमण होना बिल्कुल आम बात है क्योंकि अस्वच्छता में इस संक्रमण को फैलाने वाले बैक्टीरिया ज्यादा सक्रिय होते हैं।
- कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति को मूत्र त्याग में समस्या आने लगती है जो यूटीआई का मुख्य कारण बनती है।
- पथरी की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति भी यूटीआई संक्रमण से ग्रसित हो सकता है।
- यदि आप गर्भनिरोधक तत्वों का अत्यधिक उपयोग करते हैं तो इसके कारण भी यूटीआई की समस्या आ सकती है।
- कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम वाले व्यक्तियों में यह समस्या आम बात होती है।
- यदि आप एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग जरूरत से ज्यादा कर रहे हैं तो भी यह यूटीआई की समस्या पैदा कर सकता है।
इन सभी कारणों से यूटीआई की समस्या हो सकती है जिसके लिए रोकथाम करना आवश्यक है। आइए जानते हैं कि इस समस्या का रोकथाम किस प्रकार किया जा सकता है।
यूटीआई की रोकथाम कैसे करें?
यदि आप यूटीआई जैसी समस्या से बचना चाहते हैं तो आपको अपने जीवन में कुछ आवश्यक कदम उठाने होंगे ताकि आप ऐसी समस्याओं की रोकथाम कर सकें। आइए जानते हैं कि किन तरीकों से इस समस्या से बचा जा सकता है।
- आपको अपने आस-पास की स्वच्छता का ध्यान रखना होगा खासकर अपने शरीर की स्वच्छता का खास ख्याल रखें।
- अधिक से अधिक पानी पिए।
- यूटीआई की समस्या में नियंत्रण पाने के लिए वज्रासन, पद्मासन, भुजंगासन और मत्स्यासन जैसे योगासनों की मदद ले और कम से कम 30 मिनट तक रोज इन आसनों को करें।
- इसके अलावा आपको अपने आहार में भी पौष्टिक भोजन ग्रहण करना चाहिए जैसे कि आलू, लहसुन, सादा दही, गाजर, नींबू , ककड़ी, सब्जियों का रस, फल, हरी सब्जियां आदि।
- प्रतिदिन कुछ दूर तक पैदल जरूर चले जिससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत बन सके।
- नहाते वक्त बाथ टब का इस्तेमाल करने से आपको बचना चाहिए और शराब जैसे हानिकारक तत्वों का सेवन करने से भी बचना चाहिए।
इन उपायों को अपनाकर आप यूटीआई जैसी समस्या से आसानी से अपने आप को बचा कर रख सकते हैं। इसके अलावा यदि आप लंबे समय से इस समस्या से पीड़ित है तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
UTI से जुड़े सवाल जवाब (FAQS)
UTI का मतलब क्या है?
UTI का फुल फॉर्म Urinary Tract Infection होता है, इसे हिंदी मे मूत्र मार्ग संक्रमण कहते हैं। यह बहुत ही आम समस्या है लेकिन इसकी रोकथाम करना भी जरूरी है।
यूटीआई इन्फेक्शन क्यों होता है?
यूटीआई इन्फेक्शन होने के बहुत से कारण हैं जैसे की स्वछता का ध्यान न रखना, कम पानी पीना, इम्यून सिस्टम कमज़ोर होना या फिर सही आहार न लेना और नशीले पधार्थ का सेवन करना इत्यादि।
निष्कर्ष – UTI Meaning in Hindi
दोस्तों, इस पोस्ट में हमने आपको UTI के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी है जैसे की यूटीआई क्या है, यूटीआई फुल फॉर्म, UTI ka full form क्या होता है, UTI ka pura naam क्या है, What is UTI full form in Hindi, यूटीआई के लक्षण और रोकथाम क्या है इत्यादि।
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